बुलंदशहर:
  • बुलंदशहर: राशन माफिया पर फर्जी हस्ताक्षर से 3 हजार क्विंटल राशन बेचने का आरोप

  • राशन डीलरों की शिकायत पर फर्जीवाड़े की शुरू हुई जाँच ।

  • राशन घोटाला की अंतिम चरण में पहुंची जांच,जल्द होगा खुलासा ,कई जद में

 

बुलंदशहर। जिले में राशन माफियाओं पर गोदाम से तीन हजार क्विंटल से अधिक राशन बेचने के आरोप लगे है। बताया जा रहा है कि राशन डीलरों के फर्जी हस्ताक्षर कर राशन को बेचा गया है। एफसीआई व खाद्य विभाग के अधिकारी मामले को दबाने में जुटे हुए थे लेकिन राशन डीलरों की शिकायत पर मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर 7 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट उनके समक्ष पेश करने के निर्देश जारी कर दिए थे।

बताते चलें कि पिछले दिनों हजारो कुंतल राशन घोटाले का खुलासा हुआ था। राशन डीलरों के फर्जी हस्ताक्षर कर हजारों कुंतल राशन की काला बाज़ारी की गई। मामला संज्ञान में आने और अखबार की सुर्खियां बनी तो राशन माफियाओ ने राशन डीलरों के राशन की गुप् चुप पूर्ति करनी शुरू कर दी।

दरहसल ,एफसीआई के नई मंडी स्थित गोदाम से राशन डीलरों के फर्जी हस्ताक्षर से राशन निकालने का मामला सामने आया। बताया जा रहा है कि राशन डीलरों के माल को छोटे वाहनों से पहुंचाने वाले एक राशन माफिया ने बाहरी व्यक्ति की मदद से राशन खरीदकर दिल्ली, नोएडा में बेच दिया। जब राशन न बंटने की शिकायत अधिकारियों तक पहुंची तो राशन डीलरों से जवाब तलब किया।

एक राशन डीलर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछले कई माह से उन्हें कम राशन दिया जा रहा था। जिसके चलते सभी कार्ड धारकों को राशन बाटने में परेशानी हो रही थी। आ रही खबरों को यदि सही माने तो बताया जा रहा है कि एफसीआई के एक अधिकारी ने एक बाहरी व्यक्ति को काम पर रखा है। जो अधिकारी के स्थान पर राशन डीलरों का माल बाहर निकलाता है। अधिकारियों से मिलीभगत के कारण खुलेआम कालाबाजारी के लिए राशन अपने वाहनों से ले जाता है।

राशन डीलरों ने बताया कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में राशन नहीं पहुंचाया गया। आरोप लगे की बड़ी मात्रा में राशन को बाजार में बेच दिया गया। जिस कारण वह राशन नहीं बांट सके हैं। राशन डीलरों ने एसडीएम सदर को मामले में शिकायत दी तो एफसीआई के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वहीं, राशन डीलरों को पर्याप्त माल न पहुंचने की शिकायत पर खाद्य विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली और कुछ भी कहने से इनकार दिया है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर 7 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट उनके समक्ष पेश करने के निर्देश जारी कर दिए थे। जांच कमेटी में सम्बन्धित तहसील के एसडीएम, बीकेडीए के मुख्य लेखाधिकारी, डीएसओ और जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को शामिल किया गया। सूत्रों की माने तो जांच कमेटी ने जांच लगभग पूरी कर ली है और जांच रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है की जांच में सामने आया है कि राशन गायब हुआ, लेकिन उसे बाद में पहुंचाया गया। साथ ही डीलरों के यहां सरकारी पैकिंग में नहीं बल्कि प्राइवेट पैकिंग में अनाज पहुंचाया गया, जो राशन घोटाले की सच्चाई बयां कर रहा है। इसके अलावा जांच में एक सफेद पोश समेत एक राशन माफिया का नाम भी सामने आया है। माफिया शिकारपुर क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है। बहराल जांच लगभग पूरी हो चुकी और जल्दी इस मामले में जिला प्रशासन बड़ी कार्रवाई कर सकता है।

 

डीएम बुलंदशहर द्वारा एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है। टीम द्वारा विस्तृत रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। 3 महीने के रिकॉर्ड को जांचा जा रहा है। जांच कर जल्द ही कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।”

विनय कुमार सिंह
संयुक्त आयुक्त, ( खाद्य )
मेरठ मंडल, मेरठ